चाहूँ  तो  पाऊं कैसे


चाहूँ  तो  पाऊं कैसे

पाऊं तो प्यार दिखाऊं कैसे

 दिल कैद है सीने के आगोश में

 प्यार को महबूब से छुपाऊं कैसे 


धड़कन पूछती दिल का हाल

 महबूब को बतलाऊँ कैसे

 होठों में छुपी मुस्कान

 आंखों से छुपाऊं कैसे


दिल की बेचैनी बतलाऊं कैसे

 सांसो की आहट सुनाऊँ  कैसे 

ना मिलने की तड़प बतलाऊँ  कैसे

 शिद्दत से चाहा उसे भूल जाऊं कैसे


 माना कि वह हमराही नहीं 

पर इश्क को मिटाऊं  कैसे

 जब आए आंखों में आंसू

 यह उसको दिखलाऊँ  कैसे 


दिल से खींची तस्वीर

 यादों से मिटाओ कैसे 

सपनों में आए तो 

नजरें चुराऊ कैसे

 चाहूँ तो पाऊं  कैसे-----------2


 देख कर अनदेखा कर पाऊं कैसे

 आंखों की चमक छुपाऊं कैसे 

धड़कन की आवाज दबाऊ कैसे 

 होठों की मुस्कान बतलाऊँ  कैसे 


 उसका मुस्कुराना भूल जाऊं कैसे

 तिरछी  निगाहें दिखलौऊँ  कैसे 

दबी सांसो की आहट छुपाऊं कैसे


 बंद होठों  की बात सुन पाऊं कैसे

  दिल की बात दिल तक पहुचाऊं  कैसे 

 अनकही जज्बात समझ पाऊं  कैसे 

उसके गम  खुशी सुन पाऊं  कैसे

 दिल पर दस्तक दे पाऊं कैसे 

चाहूँ तो पाऊं   कैसे

चाहूँ तो पाऊं   कैसे


रचनाकार  उत्तम कुमार


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