शैक्षिक प्रक्रिया में परिवर्तन
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 हम कह सकते हैं कि हर क्षेत्र पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है शिक्षा के क्षेत्र में तो यह क्रांति के रूप में उभरा और इसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव को स्पष्ट रुप से देखा जा सकता है| निसंदेह रूप से देश की मानव पूंजी का निर्माण शिक्षा के माध्यम से ही हो सकता है| यह एक ऐसा माध्यम है जो तकनीकी लोगों को साक्षर बनाने के साथ साथ तकनीकी नागरिकों को भी करता है और नो बिचारी बनाता है|इस संसार में आर्थिक सामाजिक प्रक्रिया की वृद्धि की दिशा में सकारात्मक भूमिका भी अदा करता है| 

 जहां एक और तकनीकी द्वारा शिक्षण को सरल और सुगमतापूर्वक लोगों तक पहुंचाया जा रहा है कई जनहित योजनाएं चलाई जा रही है जैसे मुफ्त शिक्षा अनिवार्य शिक्षा प्राथमिक शिक्षा सर्व शिक्षा अभियान राष्ट्रीय साक्षरता अभियान को शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने हेतु प्रारंभ किया गया है| सूचना और संचार के माध्यम से प्रसारित भी किया जा रहा है ताकि योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग को सरलता से पहुंचाया जा सके सूचना और संचार ने एक और लोगों को शिक्षण सरल कर दिया है साथ ही साथ अत्यंत इस पर निर्भरता के कारण शिक्षण के स्तर को भी काफी हद तक नुकसान पहुंचा  है| शिक्षण के क्षेत्र में सरलीकरण एवं आधुनिक तकनीकों के विकास सूचना प्रौद्योगिकी को शिक्षा के क्षेत्र में उसके उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है शिक्षा के क्षेत्र में सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान में से एक है| जो अभियंता एवं आप पर आसानी से पहुंचा पहुंचा संसाधन|  इसकी सहायता से छात्राओं की पुस्तक के परीक्षा के नमूने प्रश्न पत्र पिछले वर्षों के प्रश्न पर आधी देखने के साथ-साथ विशेषज्ञ शोधकर्ताओं व्यावसायिक  और इससे जुड़े लोगों को सरलता पूर्वक संपर्क कर सकते हैं तथा अपनी समस्याओं का निदान घर बैठे कर सकते हैं|


 सूचना प्रौद्योगिकी सर्वाधिक विशेषता है कि इसे समय और स्थान में समायोजित किया जा सकता है| इसे ध्यान में रखते हुए डिजिटल अभिगम्यता को संभव किया गया है जिसे अब माध्यम से अब छात्र किसी भी समय अपनी सुविधा अनुसार ऑनलाइन पाठ्यक्रम सामग्री पढ़ सकते हैं| सूचना आधारित शिक्षा पूर्ति रेडियो टेलीविज़न इंटरनेट पर शिक्षण कार्यक्रमों के प्रसारण से भी सीखने वाले की भौतिक स्थान पर ना होने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है|  एक समय था जब छात्रों को शिक्षण संस्थानों में नामांकन परीक्षाफल आदि की जानकारी के लिए भटकना पड़ता था|शिक्षण संस्थानों में प्रवेश को लेकर शिक्षा सामग्री और सूचना और प्रद्योगिकी माध्यम से दूरस्थ शिक्षा में स्टडी मटेरियल के रूप में सुगमता और सरलता से प्राप्त हो जा रही है| परंतु इसका नकारात्मक प्रभाव भी पड़ा है  सरलता पूर्वक हत्या सुगमता से किसी भी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर स्वयं पूर्णता तकनीकी एवं सूचना संचार पर निर्भर होते जा रहे हैं यहां तक कि हमारे शिक्षा के स्तर में भी काफी गिरावट देखी जा रही है| अब लोगों को छोटे-छोटे प्रश्नों के उत्तर भी पुस्तकों के माध्यम से प्राप्त करने के बजाए Google करने पर विशेष जोर दे रहे हैं| एक ओर जहां सूचना और संचार में शिक्षण को आज को सरल बना दिया है दूसरी और लोगों की हद से अधिक आत्मनिर्भरता चिंता का विषय   है| अर्थात हम कह सकते हैं कि सूचना तकनीकी का असर शिक्षण नीति पर मिला मिला जुला का एक और जहां इसने शिक्षण को सरल बनाया और अत्यधिक इस पर नर आत्मनिर्भरता  एक गंभीर समस्या के रूप में उभरकर सामने आया है|




लेखन उत्तम कुमार

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